सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Question Bank - Guidance and Counseling प्रश्न बैंक - निर्देशन एवं परामर्श

1. निर्देशन का मुख्य उद्देश्य क्या है? A. शिक्षा देना B. नौकरी देना C. कार्य निष्पादन हेतु स्पष्ट आदेश देना ✅ D. अनुशासन बनाए रखना 2. निर्देशन का स्वभाव क्या होता है? A. अनौपचारिक B. लचीला C. आदेशात्मक ✅ D. सहायक 3. निर्देशन का एक प्रमुख कार्य क्या है? A. दंड देना B. कार्यों को निर्देशित करना ✅ C. परीक्षा आयोजित करना D. उपदेश देना 4. निर्देशन में व्यक्ति भिन्नता का ध्यान क्यों रखा जाता है? A. ताकि सभी को समान आदेश दिए जा सकें B. ताकि आदेश प्रभावी ढंग से लागू किए जा सकें C. ताकि अलग-अलग निर्देश दिए जा सकें ✅ D. ताकि सभी एक जैसे कार्य करें 5. जीवन के किस चरण में निर्देशन की आवश्यकता अधिक होती है? A. बचपन ✅ B. किशोरावस्था C. वयस्क अवस्था D. वृद्धावस्था 6. शैक्षिक निर्देशन का उद्देश्य क्या है? A. पढ़ाई छोड़ने वालों को प्रेरित करना B. शिक्षा प्रणाली को नियंत्रित करना C. विद्यार्थियों को उचित दिशा देना ✅ D. स्कूल बंद करना 7. व्यावसायिक निर्देशन का उद्देश्य क्या है? A. कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना B. उपयुक्त कैरियर के लिए आदेश देना ✅ C. संस्थान चलाना D. वेतन निर्धारण 8. व्यक्तिगत...

Remedial Teaching: Meaning, Objectives, Need, and Strategies उपचारात्मक शिक्षण: अर्थ, उद्देश्य, आवश्यकता और रणनीतियाँ

प्रस्तावना (Introduction) शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक और नैतिक विकास का एक सशक्त साधन है। यह एक ऐसी परिवर्तनकारी शक्ति है जो न केवल व्यक्तिगत जीवन को दिशा देती है, बल्कि समग्र समाज की प्रगति का आधार भी बनती है। शिक्षा का उद्देश्य तभी पूर्ण होता है जब यह प्रत्येक विद्यार्थी की विशिष्ट आवश्यकताओं, सीखने की गति, रुचियों और क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए संचालित की जाए। किन्तु व्यावहारिक रूप में देखा जाए तो हर कक्षा में विविध पृष्ठभूमियों, भिन्न सामाजिक-आर्थिक स्तरों और भिन्न पूर्व शैक्षणिक अनुभवों से आने वाले विद्यार्थी उपस्थित होते हैं। उनमें से कई विद्यार्थी सीखने की प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार की बाधाओं का सामना करते हैं—जैसे विषय समझने में कठिनाई, ध्यान की कमी, भाषागत समस्याएँ या आत्मविश्वास की न्यूनता। इन समस्याओं के कारण वे नियमित पाठ्यक्रम की माँगों को समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा नहीं कर पाते, जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित होता है। धीरे-धीरे यह पिछड़ापन उनके आत्मबल को कम करता है और उन्हें अकादमिक रूप से और भी...

Coefficient of Correlation, Product Moment Method, Rank Difference Method, and Graphical Presentation सह-संबंध गुणांक, गुणन फल युग्म विधि, श्रेणी क्रम भिन्नता विधि एवं ग्राफीय प्रस्तुतीकरण

सह-संबंध (Correlation) का अर्थ और शैक्षिक महत्व सह-संबंध (Correlation) का शाब्दिक अर्थ होता है – “साथ में बदलना” या “एक-दूसरे से संबंधित होना”। सांख्यिकी में यह शब्द दो या दो से अधिक चरों (Variables) के बीच आपसी संबंध को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है। जब हम यह जानना चाहते हैं कि किसी एक तत्व (जैसे अध्ययन का समय) में वृद्धि या कमी होने से क्या किसी अन्य तत्व (जैसे परीक्षा परिणाम) में भी कोई परिवर्तन आता है, तो इस स्थिति का विश्लेषण करने के लिए हम सह-संबंध की अवधारणा का उपयोग करते हैं। यह मात्रात्मक (Quantitative) दृष्टिकोण से यह बताता है कि दो चर किस सीमा तक एक-दूसरे से संबंधित हैं। यह संबंध सकारात्मक, नकारात्मक या शून्य भी हो सकता है। उदाहरण के रूप में, यदि किसी विद्यार्थी की पढ़ाई के घंटे बढ़ने पर उसके परीक्षा में प्राप्तांक भी बढ़ते हैं, तो इसे सकारात्मक सह-संबंध (Positive Correlation) कहा जाएगा, क्योंकि दोनों ही चरों में एक ही दिशा में परिवर्तन हो रहा है। इसके विपरीत, यदि किसी कर्मचारी के कार्यघंटे अधिक होने से उसका मनोबल और कार्यक्षमता घटने लगती है, तो इस स्थित...